राज्य आंदोलनकारी की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है
उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद व विभिन्न आंदोलनकारी संगठनों व राजनीतिक दलों में व्यापक आक्रोश है क्योंकि आंदोलनकारियों की जो भी मांगो को सरकार के घोषणाओं के बावजूद भी शासन-प्रशासन द्वारा अनदेखा किया जा रहा है
जिस में चीनी करण की मांग आज भी पूरी नहीं हो पाई है आंदोलनकारियों के मृत्यु के पश्चात आश्रितों की पेंशन को भी पूर्ण रूप से अनदेखा किया गया है
आंदोलनकारियों को पेंशन पट्टा दिया जाए व पेंशन में वृद्धि की जाए क्योंकि बहुत आंदोलन कार्य इसी पेंशन पर गुजर-बसर कर रहे हैं व आंदोलनकारियों को 10% आरक्षण जल्द से जल्द लागू किया जाए कचहरी स्थित शहीद स्मारक से अवैध कब्जे हटाए जाएं जो की शहीदी स्मारक की आवाजाही पर बाधा बने हुए हैं वाह अंकिता bhandari हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराई जाए तथा फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए जिससे अंकिता bhandari को न्याय मिल सके हम आंदोलनकारी आपसे अपेक्षा करते हैं कि आप जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा करेंगे
आता है ज्ञापन देने बालों में उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के संरक्षक व राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के अध्यक्ष नवनीतगुसाई परिषद के अध्यक्ष विपुल नोटियालl सुरेश कुमार जिला अध्यक्ष विनोदअसवाल जगमोहनरावत प्रभात डेंड्रियाल बालेश्वर वानिया सुशील विरमानी ज्ञान भट अमित परमार बंटी थापा महेनद गुसाईं प्रमिला रावत प्रभा नैथानी आदि उपस्थित थे