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खुद पर लगे आरोप को कार्ति चिदंबरम ने बताया हास्यास्पद, बोले- राजनीतिक प्रतिशोध के तहत हो रही कार्रवाई

 खुद पर लगे आरोप को कार्ति चिदंबरम ने बताया हास्यास्पद, बोले- राजनीतिक प्रतिशोध के तहत हो रही कार्रवाई

खुद पर लगे आरोप को कार्ति चिदंबरम ने बताया हास्यास्पद, बोले- राजनीतिक प्रतिशोध के तहत हो रही कार्रवाई

 

पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम इन दिनों सीबीआई के रडार पर है। दरअसल, हाल में ही सीबीआई ने पंजाब स्थित तलवंडी साबो पावर लिमिटेड में कार्यरत चीन के 263 नागरिकों के वीजा मंजूर कराने के लिए 50 लाख रुपए की कथित रिश्वत मामले में कार्ति चिदंबरम के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसी कड़ी में कार्ति चिदंबरम के निकट सहयोगी एस भास्कर रमन को भी 18 मई को सीबीआई की ओर से गिरफ्तार किया गया था। इन सबके बीच कार्ति चिदंबरम का बड़ा बयान भी सामने आ गया है। कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह मुझे डराता नहीं है कि केंद्र सरकार एक बार फिर अपनी एजेंसियों का इस्तेमाल करके मुझ पर दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप लगा रही है। मैं इस वीजा मुद्दे से जुड़ा नहीं हूं। मैं इन आरोपों का खंडन करता हूं।

रिश्वत का यह मामला 2011 का है, जब कार्ति के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे। कांग्रेस सांसद ने अपने एक निकट सहयोगी की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा पिछले दिनों की गई गिरफ्तारी के बाद कहा कि उनके खिलाफ लगे आरोप हास्यपास्पद हैं तथा उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के तहत परेशान किया जा रहा है। कार्ति दावा किया कि मैं किसी भी तरह से वीजा के मामले से नहीं जुड़ा हूं। मेरे खिलाफ लगाए गए सीबीआई के आरोप हास्यास्पद हैं। मैं सभी आरोपों को खारिज करता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि प्राथमिकी में उल्लेखित किसी भी कारपोरेट इकाई के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है। मैं इन कारपोरेट इकाइयों अथवा इनके प्रतिनिधियों के साथ किसी भी तरह से नहीं जुड़ा हूं। मैं स्पष्ट तौर पर कह सकता हूं कि मैं कभी भी किसी चीनी नागरिक की वीजा प्रक्रिया में मददगार नहीं रहा।’’

कार्ति ने आगे कहा कि पिछले सात वर्षों में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा बिना किसी सबूत के मेरे खिलाफ छह बार छापेमारी की गई है। ये एजेंसियां एक राजनीतिक दल के राजनीतिक प्रतिशोध को पूरा करने की मशीनरी बन गई हैं। कार्ति ने आरोप लगाया कि मेरे साथ जुड़े पेशेवर लोगों को परेशान किया जा रहा है। उनके जीवन में खलल डाला जा रहा है और उनकी आजादी छीन ली गई है, जैसा कि मेरे साथ हुआ है। मेरे आनेजाने को नियंत्रित किया गया है। मुझे अपनी बेटी से मिलने जाने के लिए अदालतों के चक्कर काटने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे अपने महान देश की न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है।

Rakesh Kumar Bhatt

https://www.shauryamail.in

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