राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी ने देहरादून रायपुर क्षेत्र में तीसरी विधानसभा व सचिवालय निर्माण का पुरजोर विरोध किया
उत्तराखंड ,देहरादून राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के कार्यकर्ता वह जनता के विरोध को देखते हुए देहरादून रायपुर क्षेत्र में तीसरी विधानसभा व सचिवालय निर्माण का पुरजोर विरोध करते हैं उत्तराखंड को बने हुए लगभग 22 वर्ष हो गए हैं पूर्व की सरकारों ने स्थाई राजधानी आज तक भी घोषित नहीं कर पाए हैं जिस पर करोड़ों रुपए लगा दिए गए हैं वह गैरसैंण में भी राजधानी के नाम पर करोड़ों खर्च कर दिए गए हैं
वर्तमान में देहरादून के रायपुर क्षेत्र में एक और राजधानी बनाने के नाम पर विधानसभा सचिवालय की बिल्डिंग व आवास बनाने की कोशिश की जा रही है जिसमें रिजर्व फॉरेस्ट के जंगल काटे जाएंगे राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी वहां पर राजधानी बनाने का पुरजोर विरोध करती है। क्योंकि वह क्षेत्र रिजर्व फॉरेस्ट का है जहां पर जंगली जानवरों हाथियों का करीडोर है और यहां से जानवर सहस्त्रधारा वह मालदेवता की तरफ आते जाते हैं यह क्षेत्र सेना की फायरिंग रेंज में भी है जिस के गोले इधर-उधर गिरते रहते हैं जिससे इस क्षेत्र में जनहानि भी होती रहती है सुरक्षा की दृष्टि से जहां पर विधानसभा आदि बनाना खतरे से खाली नहीं है
महोदय हम आपसे निवेदन करना चाहते हैं की तीन राजधानियों के नाम पर करोड़ों रुपए बर्बाद ना किए जाएं वैसे ही उत्तराखंड की जनता बेरोजगारी पलायन आदि से परेशान है जंगल कटने पर पर्यावरण को भी खतरा है इस क्षेत्र में राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के कार्यकर्ता व जनता में भारी आक्रोश है इस योजना को सरकार तुरंत ही बंद करें नहीं तो जनता आंदोलन को बाध्य होगी
ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष नवनीत गुसाईं बालेस बवानिया जगमोहन रावत सुरेश कुमार विनोद अस्वालप्रभात दंड रियाल सुशील विरमानी विजय कुमार रामेंद्र सिंह पारुल अमित पवार राजेंद्र थापा व मोहन पवार आदि