तीनों कृषि कानून लेंगे वापस, PM मोदी

तीनों कृषि कानून लेंगे वापस, PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम सम्बोधन में बढ़ा ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैंने अपने पांच दशकों के कामकाज के दौरान किसानों की मुश्किलें देखी हैं। जब देश ने मुझे प्रधान मंत्री बनाया, तो मैंने कृषि विकास या किसानों के विकास को अत्यधिक महत्व दिया।”
प्रकाश पर्व के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया। पिछले एक साल से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं।
26 नवंबर 2020 से किसान दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले के मुकाबले कृषि बजट 5 गुना बढ़ाया है।
उत्तर प्रदेश में कई योजानाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने ये ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले सात सालों में देश में कृषि के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया गया है और इससे कृषि उत्पादन में सुधार करने में मदद मिली है।
PM मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान किसानों को मुआवजे के तौर पर 1 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा बीमा और पेंशन भी प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया।
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा । सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।