कला के जरिए लोग अपने पूर्वजों से जुड़ाव महसूस करते हैं : राज्यपाल
उत्तराखंड(देहरादून),शनिवार 05 मई 2024
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय कला और संस्कृति की विरासत को संरक्षित करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि हमारी यह विरासत ही देश की पहचान और गौरव को बनाए रखती है। कला के जरिए लोग अपने पूर्वजों से जुड़ाव महसूस करते हैं और उनकी कलात्मक उपलब्धियों से प्रेरित भी होते हैं।
शनिवार को राजभवन ऑडिटोरियम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने स्पिक मैके की ओर से आयोजित मोहिनीअट्टम कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में केरल की प्रसिद्ध मोहिनीअट्टम नृत्यांगना डॉ. नीना प्रसाद एवं उनके संगीतकार साथियों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय शास्त्रीय धरोहर में, संगीत, नृत्य, नाट्य, वास्तु, स्थापत्य और हर एक शास्त्रीय कला में एक समृद्ध विरासत देखने को मिलती है और ये हमारे पूर्वजों की सोच को बताते हैं, उनके महान विचारों का ज्ञान कराते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय शास्त्रीय धरोहरों में ऐसी अनगिनत कलाएं हैं जिनमें रहस्य, रोमांच, दिव्य आनंद और जीवन की गहन विद्याएं छिपी हुई हैं।
राज्यपाल ने कहा कि युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने वाली सोसायटी स्पिक मैके ने 47 साल की बहुत ही कम अवधि में एक लंबा सफर तय किया है और पूरे देश में सराहनीय काम किया है।
इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन,अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया,वित्त नियंत्रक राज्यपाल डॉ.तृप्ति श्रीवास्तव,स्पिक मैके संस्था के पदाधिकारीगण, राजभवन के अधिकारी/कर्मचारी एवं उनके परिजन सहित गणमान्य लोग एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।