Parshuram Janamotsv 2025 : कब है परशुराम जंयती? जानें सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त
सोमवार 28 अप्रैल 2025
परशुराम जयंती का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। मान्यता है कि भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं और यह भगवान शिव के परम भक्त माने जाते है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल परशुराम जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को मनाई जाती है। भगवान परशुराम का जन्म माता रेणुका और ऋषि जमदग्नि के घर प्रदोष काल में हुआ था उन्हें चिरंजीवी भी माना गया है। इसी दिन अक्षय तृतीया का त्योहार भी मनाया जाता है। इस बार परशुराम जयंती 30 अप्रैल को मनाई जाएगी।
परशुराम जयंती शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, परशुराम जयंती की तिथि 29 अप्रैल को शाम 5 बजकर 31 मिनट से शुरू होगी और तिथि का समापन 30 अप्रैल को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट समाप्त होगी।
कैसे की जाती है परशुराम जयंती पर पूजा
परशुराम जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान परशुराम का ध्यान करके व्रत का संकल्प लिया जाता है। पूजा के समय जल से कलश को भरते हैं और भगवान परशुराम के समक्ष रखते हैं. पूजा सामग्री में कलश, फूल, रोली, अक्षत, दीपक, गंगाजल, तुलसी पत्र, चंदन, नारियल, मिठाई और पंचामृत आदि शामिल किए जाते हैं. इसके साथ ही, भगवान परशुराम के समक्ष दीप जलाकर उन्हें वस्त्र, गंध और पुष्प अर्पित किए जाते हैं। भक्त भगवान परशुराम के मंत्रों का जाप करते हैं और विष्णु आरती करके भोग लगाने के साथ ही पूजा संपन्न की जाती है।
भगवान परशुराम के मंत्र
ॐ ब्रह्मक्षत्राय विद्महे क्षत्रियान्ताय धीमहि तन्नो राम: प्रचोदयात्।।
ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि तन्नो परशुराम: प्रचोदयात्।।