मोदी सरकार ने डेढ़ घंटे में 15 कैबिनेट और 28 राज्यमंत्रियों ने ली शपथ
मोदी सरकार ने डेढ़ घंटे में 15 कैबिनेट और 28 राज्यमंत्रियों ने ली शपथ
मोदी सरकार में मंत्रिपरिषद में बड़ा परिवर्तन कर दिया गया। राष्ट्रपति भवन में करीब डेढ़ घंटे तक चले शपथ ग्रहण समारोह में कुल 15 कैबिनट और 28 राज्यमंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नरेंद्र मोदी के मंत्रिपरिषद के सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। सबसे पहले महाराष्ट्र से बीजेपी सांसद नारायण राणे ने कैबिनेट मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है। उनके बाद असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शपथ ली। इनके बाद एमपी के रहने वाले डॉ. वीरेंद्र कुमार ने शपथ ली। ये अनुसूचित जाति समुदाय से आते हैं. ये सातवीं बार लोकसभा चुनाव जीतकर आए हैं।
मध्य प्रदेश से राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पांचवें नंबर पर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। साल 2020 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। एमपी की कमलनाथ सरकार गिराने में इनकी अहम भूमिका रही थी। इससे पहले मनमोहन सिंह सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं।
आज के शपथ समारोह में कुल सात राज्य मंत्रियों को प्रोन्नत किया गया है, जबकि 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है। जेडीयू से आरसीपी सिंह और लोजपा से पशुपति कुनार पारस को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने शपथ समारोह से पहले सभी नए मंत्रियों को अपने आधिकारिक आवास पर राजनीतिक शूचिता का पाठ पढ़ाया है। पीएम आवास में इनके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा और राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।
मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समेत 14 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। मोदी कैबिनेट में फेरबदल से कुछ दिन पहले ही काम की समीक्षा के आधार पर कुछ मंत्रियों की छुट्टी तय मानी जा रही थी।
बता दें कि कोरोना काल में मोदी सरकार पर काफी सवाल उठे। स्वास्थ्यमंत्री हर्षवर्धन को लेकर भी बातें चल रही थीं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भारत के स्वास्थ्य विभाग के बुनियादी ढांचे पर जिस तरह सवाल उठे, ऑक्सीजन, बेड और वैक्सीन की कमी के बीच लोग जूझते दिखे। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्यमंत्री हर्षवर्धन का इस्तीफा तय माना जा रहा है। सरकार की टीकाकरण योजना भी स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आती है, वह भी चरमराती ही दिख रही है।
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित कुल 14 मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। थावरचंद गहलोत पहले ही राज्यपाल बनाए जा चुके हैं.
कैबिनेट मंत्री
1-नारायण राणे
2-सर्वानंद सोनोवाल
3-डॉ विरेंद्र कुमार
4-ज्योतिरादित्य सिंधिया
5-राम चंद्र प्रताप सिंह –आरसीपी सिंह
6-अश्विनी वैष्णव
7-पशुपति कुमार पारस
8-किरेन रिजिजू
9-राज कुमार सिंह
10-हरदीप सिंह पुरी
11-मनसुख मांडविया
12-भूपेंद्र यादव
13-पुरुषोत्तम रुपाला
14-जी किशन रेड्डी
15-अनुराग सिंह ठाकुर
राज्य मंत्री
16-पंकज चौधरी
17-अनुप्रिया सिंह पटेल
18-डॉ एसपी सिंह बघैल
19-राजीव चंद्रशेखर
20-शोभा करांदलाजे
21-भानू प्रताप सिंह वर्मा
22-दर्शना विक्रम जर्दोश
23-मीनाक्षी लेखी
24-अन्नपूर्णा देवी
25-ए. नारायणस्वामी
26-कौशल किशोर
27-अजय भट्ट
28-बी एल वर्मा
29-अजय कुमार
30-देवुसिंह चौहान
31-भगवंत खुबा
32-कपिल मोरेश्वर पाटिल
33-प्रतिमा भौमिक
34-डॉ सुभाष सरकार
35-भागवत किशन राव कराड
36-डॉ राजकुमार रंजन सिंह
37-भारती प्रवीण पवार
38-विशेश्वर टुडु
39-शांतनु ठाकुर
40-डॉ मुंजापारा महेंद्र भाई
41-जॉन बार्ला
42-डॉ एल मुरुगन
43-निशिथ प्रमाणिक
इस्तीफा देने वाले मंत्रियों के नाम
डॉक्टर हर्षवर्धन
रविशंकर प्रसाद
प्रकाश जावड़ेकर
रमेश पोखरियाल निशंक
संतोष गंगवार
संजय धोत्रे
बाबुल सुप्रियो
राव साहेब दानवे पाटिल
सदानंद गौड़ा
रतन लाल कटारिया
प्रताप सारंगी
देबोश्री चौधरी
थावरचंद गहलोत
अश्विनी चौबे