हरदा व पीसीसी अध्यक्ष गोदियाल ने बुद्धिजीवियों से मांगा सहयोग
हरदा व पीसीसी अध्यक्ष गोदियाल ने बुद्धिजीवियों से मांगा सहयोग
-कहा नकरात्मक एजेण्ड़े का मुकाबला करना है
देहरादून, प्रदेश कांग्रेस बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल व कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत राजपुर रोड़ स्थित होटल में स्वागत व अभिनन्दन किया गया। जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि सही समय आ गया है कि भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकारों के नकारात्मक एजेण्ड़े का डटकर मुकाबला किया जाये और इसमें आप सब बुदिध्जीवी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है। उन्होने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में किये गये विभिन्न योजनाओं को जनता तक पहुॅचाने में भी सहयोग करने का आवहान् किया।
उन्होने कहा कि हमें अपने उत्पादक शक्ति को बढ़ाने के लिये काम करने को भी कहा है, कहा कि श्री रावत उत्तराखण्डियत की पहचान है हमारे पास तमाम प्रकृतिक संसाधनों का भरपूर भण्ड़ार है आवश्यकता उसकी और पहचान को और आगे बढ़ाने की है उन्होने पड़ित जवाहर लाल नेहरु का स्मरण करते हुए कहा कि जिस प्रकार उन्होने देश को तमाम आधुनिक निर्माण के राह दिखाने का काम किया है वैसे ही हमें अपने राज्य में तमाम क्षेत्रों निर्माण आगे बढ़ाना होगा कि जिससे अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक विकास की योजनाओं का लाभ पहुॅच सकें। कार्यक्रम में बुदिध्जीवीयों ने समाज में व्याप्त नकरात्मक एजेण्ड़े व शिक्षण संस्थाओं में किये जा रहे दखल पर घोर चिन्ता प्रकट की है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व मुख्यमंत्री व राष्टीय महसचिव ने बोलते हुए कहा कि आज तमाम मंचों का उपयोग भाजपा मंहगाई, बेरोजगारी, पलायन, अपनी असफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिये दुरुपयोग कर रही है, तमाम सविधानिक, शिक्षण संस्थाओं को योजनावत तरीके से दूषित किया जा रहा है। ऐसे में आप जैसे बुदिध्जीवीयों को सोशल मीडिया व अपने सम्पर्को को माध्यम बनाकर उस र्दुभावनाओं को फैलने से रोकना होगा, सोशल मीडिया में फैलाई जा रही नफरत के वातावरण को भी रोकने के लिये आप उसका भरपूर उपयोग कर सकते है पूर्व मुख्यमंत्री में अपने कार्यकाल की मेरा गांव मेरी सड़क, मेरा पेड़ मेरा घर, बकरी पालन, विभिन्न समूहों को सामाजिक सुरक्षा के लिये 18 प्रकार की पेंशन, दूध पे बोनस, पानी पे बोनस, विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हम इन योजनाआरें को जनता तक पहुॅचाने में विभिन्न कारणों से असफल रहे है, वो यह कहना भी नही बोले कि देश के इतिहास में वे पहले मुख्यमंत्री है जिनकों राजनीतिक अस्थिरता व दल बदल जैसे लोकतांत्रिक अपराध का सामना करना पड़ा था जिस पर विभिन्न नयायालों ने भी फटकार लगाई है यदि उनको पूरे पॉच वर्ष सेवा करने का मौका मिलता तो वे अपने उत्तराखडियत के एजेण्ड़े को पूर्ण रुप से लागू कर जाते। उन्होने गाद, गदेरे, मड़ूवा, झंगोरा व उनके कार्यकाल में खोले गये मैडिकल कालेज, पालिटेकनिक, आईटीआई आदि का जिक्र करते हुए कहा कि उनके द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं यह सरकार बंद कर रही है। कार्यक्रम का आयोजन बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रदीप जोशी द्वारा किया गयसा था जिसमें ड़ा0 देवेन्द्र त्यागी, ड़ा0 सत्यव्रत त्यागी, ड़ा0 एम एम जस्सल, ड़ा0 जे पी जगुड़ी, ड़ा0 मनोज जादौन, ब्रिजेश नवानी, ड़ा0 आशीष उनियाल, सुजाता पाल, जया शुक्ला, ड़ा0 सोने द्विवेदी, ड़ा0 पंत, सुभाष चैहान, एस एस रंधावा आदि जसबीर रावत, ओम प्रकाश सती बब्बन आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।