संतान की सुखी जीवन के लिए सकट चौथ पर इस विधि से करें भगवान गणेश की पूजा, जानें महत्व
सनातन धर्म में सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि बप्पा की पूजा करने से व्यक्ति को सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है और मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। आपको बता दें, यह व्रत सभी माताएं अपनी संतान की सुखी जीवन और स्वास्थ्य के लिए रखते हैं। आपको बता दें, इस साल सकट चौथ का व्रत 17 जनवरी को रखा जाएगा। अब ऐसे में इस साल सकट चौथ के दिन बप्पा की पूजा किस विधि से करने से लाभ हो सकता है।आइये विस्तार से जानते हैं।
सकट चौथ के दिन किस विधि से पूजा करें?
सकट चौथ का व्रत मुख्य रूप से भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन महिलाएं संतान की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं।सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।पूजा के लिए एक साफ स्थान पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। पूजा के लिए आप दूर्वा, फूल, फल, मिठाई, धूप, दीप, सिंदूर और रोली का उपयोग कर सकते हैं।गणेश जी को गंगाजल से स्नान कराएं और उन्हें चंदन, रोली और सिंदूर से तिलक लगाएं। उन्हें फूल और दूर्वा अर्पित करें।सकट चौथ के दिन गणेश जी की आरती उतारें और मंत्रों का जाप करें।सकट चौथ की व्रत कथा सुनें या पढ़ें।शाम को चंद्रमा निकलने पर उन्हें अर्घ्य दें और व्रत का पारण करें।सकट चौथ के दिन तिल से बनी चीजें जैसे तिल के लड्डू, तिलकुट आदि का भोग लगाना शुभ माना जाता है।व्रत के दौरान निर्जला रहना चाहिए। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण करें।पूजा करते समय मन में भगवान गणेश का ध्यान जरूर करें।
सकट चौथ के दिन बप्पा की पूजा का महत्व क्या है?
सकट चौथ का व्रत संतान की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से संतान को सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। उनकी पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सफलता मिलती है। भगवान गणेश बुद्धि के देवता हैं। उनकी पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है और ज्ञान में वृद्धि होती है। भगवान गणेश सभी प्रकार की रुकावटों को दूर करने वाले हैं। उनकी पूजा करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है।