दून बनता जा रहा विदेशियों को ठगने का अड्डा, एसटीएफ ने की बड़ी कार्रवाई
दून बनता जा रहा विदेशियों को ठगने का अड्डा, एसटीएफ ने की बड़ी कार्रवाई
देहरादून। उत्तराखंड में साइबर फ्रॉड मामले में एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस की धरपकड़ और छापेमारी की कार्रवाई लगातार जारी है। देहरादून विदेशियों को ठगने का अड्डा बनता जा रहा है। उत्तराखंड में साइबर ठगी के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। मासूम लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। कई लोगों ने अपनी जमा पूंजी गंवा दी। लगातार पुलिस भी लोगों को सतर्क रहने और अपने बैंक डीटेल किसी से शेयर न करने की अपील करती आ रही है लेकिन जाने अनजाने में लोग गलती कर रहे हैं।
उत्तराखंड में एसटीएफ और पुलिस ने अब तक कई ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है और कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। आईटी पार्क में एसटीएफ द्वारा साईबर ठगों के विरूद्ध की गयी कार्यवाही में आज एसटीएफ टीम द्वारा पेसिफिक हिल्स राजपुर रोड में जाकर उनके अपार्टमेन्ट की छानबीन करने पर पकड़े गये काॅल सेन्टर के चारों संचालकों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुयी है।
एसटीएफ टीम को पता चला है कि ये चारों व्यक्ति पिछले माह से पैसिफिक हिल्स के अपार्टमेन्ट में रह रहे थे, जिसका मासिक किराया करीब 35,000 रुपये है तथा काॅल सेन्टर में काम करने वाले अन्य लड़को के लिये इम्पिरियल हाईटस राजपुर रोड पर एक पूरा भवन किराये लिया गया था, जिसका मासिक किराया 1,20,000 रुपये है। इन चारों साईबर ठगों के नाम विजय सिंह विष्ट, निखिल, कैलाश मेहता, गुलशन उर्फ गौरव है। यह काॅल सेन्टर टूर एवं ट्रैवल्स के नाम से संचालित हो रहा था जिसकी आड़ में विदेशी नागरिकों से ठगी की जा रही थी। एसटीएफ टीम द्वारा इस वर्ष में अभी तक 04 काॅल सेन्टरों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी है जिनके द्वारा विदेशी नागरिको से धोखाधडी की जा रही थी, कार्यवाही के दौरान इस बात की महत्वपूर्ण जानकारी मिली है कि जो साईबर ठग यहां से अमेरीकी नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं उनके सम्बन्धित जगहो पर विदेशी साइबर ठगों या नागरिकों के साथ लिंक है।
ऐसे में एसटीएफ द्वारा अब उन सभी जानकारियों को जिसमें कि विदेशी नागरिकों के बैंक डिटैल्स, अमेरिका में बनायी गयी कम्पनी के नाम व मोबाईल नम्बर को अमेरिका की एफबीआई के साथ साझा किया जा रहा है जिससे सम्बन्धित के विरूद्ध एफबीआई द्वारा कार्यवाही की जा सके इसके लिये एफबीआई को उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा सारी जानकारियों के साथ एक पत्र प्रेषित उचित माध्यम से भेजा जाएगा।