एक सितंबर से खुल सकते हैं 5वीं तक के स्कूल, हल्द्वानी में एमबीबीएस की पांच छात्राएं निकलीं कोविड पॉजिटिव
शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्द इस मसले पर अधिकारियों की बैठक बुलाकर इस संबंध में निर्देश दिए जाएंगे
एस बी टी न्यूज उत्तराखंड
देहरादून। प्रदेश में एक सितंबर से पांचवीं तक के स्कूल खुल सकते हैं। मंगलवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और निजी स्कूलों के बीच हुई बैठक में इस पर सहमति बनी है। प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. प्रेम कश्यप ने कहा कि यूपी में पांचवीं तक के स्कूल खुल गए हैं। उत्तराखंड में भी स्कूल खुलने चाहिए।
प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्द इस मसले पर अधिकारियों की बैठक बुलाकर इस संबंध में निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने मंत्री से ऑनलाइन पढ़ाई बंद किए जाने की भी मांग की।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि इस मसले पर केंद्र के दिशा निर्देश और स्वास्थ्य विभाग से विचार विमर्श के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। बैठक में शिक्षा सचिव राधिका झा भी मौजूद रही। प्रदेश में पूर्व में माध्यमिक स्कूल खुल चुके हैं। जिसके बाद जूनियर हाईस्कूलों को भी खोल दिया गया है। लेकिन अभी एक से पांचवीं तक के स्कूल बंद चल रहे हैं। स्कूल एसोसिएशन की ओर से इन्हें खोले जाने की मांग की जा रही है। ब्यूरो
एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पांच छात्राएं निकलीं कोविड पॉजिटिव
हल्द्वानी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पांच छात्राएं कोविड पॉजिटिव मिली हैं। अग्रिम आदेशों तक उनकी कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। पॉजिटिव मिलीं इन छात्राओं को कोविड टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं। पांचों को बीसी जोशी कोविड अस्पताल में रखा गया है।
एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 125 छात्र-छात्राएं हैं। सभी एक माह पहले ही पढ़ाई के लिए बाहर से आए हैं। आरटीपीसीआर जांच के लिए सभी का सैंपल भेजा गया था। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही इन्हें छात्रावास में दाखिला दिया गया था। शनिवार और रविवार को 20 से 25 छात्र-छात्राएं नैनीताल घूमने गए थे। लौटकर आने के बाद कुछ में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए। परेशानी बढ़ने पर मंगलवार को पांच छात्राओं की एंटीजन रैपिड किट से कोविड जांच कराई गई। पांचों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद संपर्क में आए 40 अन्य की भी एंटीजन रैपिड किट से जांच कराई गई। इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जीएस तितियाल ने अग्रिम आदेशों तक कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। उन्होंने कक्षा और हॉस्टल को सैनिटाइज करने के आदेश दिए हैं। डॉ. तितियाल ने बताया कि पांच छात्राओं समेत प्रथम वर्ष के सभी 125 छात्र-छात्राओं के सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे जाएंगे। यह भी पता लगाया जाएगा कि पॉजिटिव छात्राओं में किसी में नया डेल्टा प्लस वैरिएंट तो नहीं है। बुधवार की शाम या बृहस्पतिवार तक रिपोर्ट आ जाएगी। मेस में कार्यरत कर्मियों की भी कोविड जांच कराई जाएगी।
पांच दिन के लिए छात्रावास सील
पांच छात्राओं के कोविड पॉजिटिव आने के बाद लड़के और लड़कियों के छात्रावास को सील कर दिया गया है। सभी छात्र-छात्राओं को हिदायत दी गई है कि छात्रावास के बाहर नहीं जाएंगे।
सावधानी बरतें, कोरोना अभी गया नहीं
कोरोना के प्रति लोगों की लापरवाही बढ़ती जा रही है। सब कुछ खुलने लगा है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। लोग न तो मास्क लगा रहे हैं न ही सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। जरा सी लापरवाही से कोरोना फिर चपेट में ले सकता है। गौर करने वाली बात यह भी है कि कोविड वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगाने के बाद भी पांचों छात्राएं संक्रमित हुई हैं।
लक्ष्य पूरा करने के लिए हर दिन लगाएं 63 हजार टीके
उत्तराखंड में कोविड टीकाकरण की रफ्तार बढ़ रही है। बीते 10 दिनों में कोविड वैक्सीन लगाने में तेजी आई है। सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्यूनिटी फाउंडेशन (एसडीसी) ने राज्य में कोविड टीकाकरण की स्थिति पर पांचवां वैक्सीनेशन मीटर जारी किया है।
एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण के आंकड़ों के अनुसार 14 जुलाई को टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए 170 दिन में प्रतिदिन औसतन 65192 डोज लगाने की जरूरत थी। अब इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 130 दिनों में प्रतिदिन औसतन 63686 टीके लगाए जाने चाहिए। 14 से 23 अगस्त तक 10 दिन के बीच वैक्सीनेशन के मामले में उत्तराखंड का प्रदर्शन बेहतर रहा।
इस दौरान कुल 7,16,328 वैक्सीन की डोज दी गई। एसडीसी के अनुसार राज्य में 23 अगस्त तक 59.54 लाख से अधिक लोगों लोगों को पहली और 18.67 लाख ज्यादा को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।