
केदारनाथ में बारिश और भूस्खलन से 3 की मौत, 12 लापता


उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में गुरुवार देर रात भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, 12 लोग लापता हैं और लगभग आधा दर्जन दुकानें नष्ट हो गईं।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों के साथ खोज अभियान में लगे हुए हैं। अब तक तीन शव बरामद किये जा चुके हैं।
आधी रात के करीब केदार घाटी में भारी बारिश हुई। आसपास की पहाड़ियों से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर नीचे बनी दुकानों पर गिरे। लगातार मलबा और पत्थर गिरने के कारण बचाव कार्य बाद में शुरू हो सका।
एसडीआरएफ के अधिकारियों ने तीन शव बरामद होने की पुष्टि की है जिनकी पहचान जिला पुलिस कर रही है. नदी में लोगों के बह जाने की आशंका को देखते हुए एक गहरे गोताखोर दल को अत्याधुनिक उपकरणों के साथ सीतापुर से सोनप्रयाग तक तलाश में शामिल होने को कहा गया है.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 5 अगस्त को हल्की और 6 अगस्त को भारी बारिश का अनुमान है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौरीकुंड में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश जारी किये हैं. “मृत और लापता लोगों के रिश्तेदारों से भी संपर्क किया जा रहा है। धामी ने कहा, एसडीआरएफ जिला प्रशासन की सभी टीमें मौके पर मौजूद हैं और शासन प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
राज्य सूचना विभाग के एक बयान के अनुसार, धामी ने राज्य की प्रमुख नदियों के जल स्तर के बारे में भी जानकारी ली है. उन्होंने कहा कि उन सभी क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया जाना चाहिए जहां बाढ़ की समस्या है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाना चाहिए, खासकर भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में कच्चे घरों और इमारतों में रहने वाले लोगों को।